विकास का यह जो पूरा प्रॉसेस है, उसका आधार पर्यावरण का दोहन ही है। उदाहरण के तौर पर बड़ी-बड़ी इमारतें बनाने के लिए गिट्टी की आवश्यकता होती है, जिसके लिए पहाड़ों को तोड़े जाते हैं। ईंट बनाने के लिए खेतों और अन्य जगहों पर खुदाई कर दी जाती है, जिससे मिट्टी की पकड़ कमज़ोर होने लगती है। यानि कि हमने विकल्प के तौर पर किसी और चीज़ के प्रयोग पर ज़ोर ही नहीं दिया। प्लास्टिक बैग्स के विकल्प के तौर पर कुछ...
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