आज भारत सहित दुनिया भर में ‘पर्यावरण संरक्षण’ ज़रूरी हो गया है लेकिन अमेरिका और ब्राज़ील जैसे देश इस ज़िम्मेदारी से भाग रहे हैं। लाखों-करोड़ों वर्षों में विकसित हुए पर्यावरण का संतुलन पिछले सालों में तेज़ी से बदला है और यह बदलाव मानव जाति समेत पूरी पृथ्वी के लिए खतरा बन गया है। पर्यावरण पर मानवीय गतिविधियों का परिणाम दूरगामी होता है और अतीत में पर्यावरण से किया गया खिलवाड़ आने वाली पीढ़ियों और...
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