आजकल हर कोई बदलाव की बातें कर रहा है। दुनिया में ये बदलाव हो, वो बदलाव हो। चाहे पर्यावरण को लेकर चर्चा हो या सामाजिक सरोकारों को लेकर, चाहे राजनीति को लेकर चर्चा हो या कूटनीति को लेकर, बात चाहे गॉंव की हो या शहर की, लोग कुछ-ना-कुछ बदलाव ज़रूर चाहते हैं। मगर हर कोई ये बदलाव दूसरों में ही देखना चाहता है। अपने आपका मूल्यांकन करके कोई खुद में ज़रा सा भी बदलाव नहीं लाना चाहता है। मैं आपका ध्यान पटना शहर...
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