अब तो कमोबेश हर साल मौसम के बदलते ही प्रदूषण का अचानक बढ़ जाना एक पर्व-त्यौहार सरीखे हो गया है। बस इसका उत्सव ही नहीं मनाया जाता है, सब जगहों पर मातम और चिंताएं पसरी हुई हैं कि क्या-से-क्या हो गया? अब तो साल के कैलेंडरों पर रेड-अलर्ट का निशान लगा देना चाहिए, सावधान, साल के इन महीनों में देश में प्रदूषण की समस्या बढ़ी रहती है, अपना सेहत का ख्याल रखें और खुश रहें। चलो एक पल के लिए यह मान भी लें कि...
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