जब संकट पूरी दुनिया पर हो तो हमें स्वार्थी बनकर नहीं सोचना चाहिए। बीते कई सालों से दुनिया जिन तकलीफों से गुज़र रही है, उनमें कार्बन उत्सर्जन का योगदान काफी ज़्यादा है। यह कहना गलत नहीं होगा कि इंसानों के आशियाने के ख्वाब ने भी दुनिया की नींद उड़ाई है। जी हां, आप या हम जिन घरों में रह रहे हैं, वे भी कार्बन उत्सर्जन के लिए ज़िम्मेदार हैं। आइए इसे विस्तार से समझते हैं। फोटो प्रतीकात्मक है। फोटो सोर्स-...
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