आज हम विज्ञान और तकनीकी के युग में जीवनयापन कर रहे हैं। सोशल मीडिया से लेकर मंगल यान तक हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं। आज बहुत तेज़ी से विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में नए-नए आविष्कार हो रहे हैं लेकिन विडंबना की बात यह है कि जिस तेज़ी से विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं। उससे उलट हमारी सामाजिक सोच कछुए की गति से बढ़ रही है। आज भी हम विज्ञान के युग में बहुत सी संकीर्ण सोच के दायरों में बंधे...
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