ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी भयंकर आग की तपिश क्या सम्पूर्ण विश्व में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के नेतृत्वकर्ताओं के दिमाग में हरारत पहुंचाने के लिए पर्याप्त होगी? वास्तव में यह आग एक संदेश है कि यदि हम अब भी नहीं जागे, फिर नियंत्रण की जो गुंज़ाइश है वह भी हाथ से फिसल जाएगी। विश्वभर के विभिन्न मंच पर की गई अनेकों संधियां जैसे पृथ्वी सम्मेलन, क्योटो प्रोटोकॉल, मांट्रियल प्रोटोकॉल आदि को धरातल पर लाना...
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