समाज को बदलने में स्कूल, कॉलेज की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है। जिन शैक्षणिक संस्थानों में जात-पात जैसी दकियानूसी मानसकिता के खिलाफ पढ़ाया जाता है, आज वर्तमान में उन्हीं संस्थानों की दीवारों पर सबसे ज़्यादा जातिगत पूर्वाग्रह समाहित हैं। जिस तरह भ्रष्टाचार देश के पुर्ज़-पुर्जे़ में बसा हुआ है। वैसे ही जातिगत पूर्वाग्रह भी समाज की हर संस्था में व्याप्त है। भ्रष्टाचार और जातिवाद दोनों देश के विकास...
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