पीरियड्स हर स्त्री के जीवन का हिस्सा है।पीरियड्स हमें स्त्री होने का वास्तविक बोध होता हैं। पीरियड्स आने के बाद एक लङकी के जीवन में शारीरिक और मानसिक दोनों रूपों में बदलाव आते हैं। पीरियड्स पहला पड़ाव होता हैं, जहाँ से एक लङकी के जीवन में कठिनाईयों का आगमन प्रारम्भ हो जाता हैं। पीरियड्स आने के बाद रसोई घर में न जाना, पूजा घर में न जाना, पुरूष वर्ग से दूर रहना, पानी को स्पर्श न करना अन्यथा पानी...
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