वैसे तो अब पीरियड्स की आदत हो गयी है। हर महीने चार-पांच दिन दर्द में ही कटते हैं और उनके खत्म होते ही अगले दिन मैं भूल जाती हूँ कि ये चार-पांच दिन आते रहेंगे। मुझे याद है जब मुझे पहली बार ब्लीडिंग हुई थी, उस वक्त मैं अपने नानी के घर थी। मेरी नानी ने मुझे समझाने का काम मेरी मामी को सौंप दिया था। मामी ने मुझे पैड दिया और उसे यूज़ करना सिखाया। मैं इतना सहम चुकी थी कि सबकी नजरों पर नज़र रखने लगी थी।
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