रजनी देवी (बदला हुआ नाम) कहती हैं, “रोज़ की तरह मैं सुबह ही अपने ईंट-भट्ठे के कार्यस्थल पर पहुंचकर काम मे जुट गई थी लेकिन कुछ देर बाद काम करते समय मुझे अपने प्राइवेट पार्ट के पास गीलापन महसूस होने लगा। मुझे तुरंत इस बात का आभास हो गया कि मेरा महीना (पीरियड्स) शुरू हो गया है।” वो आगे बताती हैं, “मेरे पास उस समय कोई कपड़ा भी नहीं था। वहां और पुरुष सदस्यों के काम करने के कारण किसी महिला श्रमिक से कपड़ा...
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