पीरियड्स पर खुलकर ना बोल पाना आज भी एक बड़ी समस्या बनी हुई। आज भी लोग कई सामाजिक-धार्मिक वर्जनाओं की वजह से पीरियड्स से सम्बंधित सामान्य बातों को भी घर के सदस्यों के बीच खुलकर नहीं कह पाते हैं। हाल ही की एक घटना है जब मेरे पड़ोस में एक महिला अपने 10 साल के बच्चे को साथ लेकर दुकान से पैड्स लेकर आई थी। मैंने ना जानते हुए ही उस कागज़ में लपेटे हुए सामान के बारे में पूछ लिया कि इसमें क्या है? उस बच्चे...
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