आदिकाल से जातियों के बंधन इतने सख्त हैं कि इन्हें तोड़ पाना आसान नहीं है। मनुस्मृति के अनुसार, हर जाति को वर्ण व्यवस्था में काम और ज़िम्मेदारी के हिसाब से बांटा गया है। यह सामाजिक व्यवस्था बड़ी गहराई से लोगों के ज़हन में बैठ गई है। इसके प्रभाव से बाहर रहने वाले लोगों को अपराधी के रूप में देखा जाता है। दरअसल अंतर्जातीय लोगों में दो तरह के रिश्तों को हमेशा वर्जित माना जाता है। एक रिश्ता है रोटी का और...
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