नोट: इस लेख को YKA यूज़र इमरान खान ने राजू जाटव से बातचीत के आधार पर लिखा है। मैं राजू जाटव, मेरे पिता का नाम महेश जाटव था। हम चार भाई और दो बहने हैं। मेरे दो भाई और मेरी बहन मुझसे बड़ी हैं और एक छोटा भाई और छोटी बहन हैं, जो घर पर रहकर पढ़ाई करते हैं। मेरे पिता प्रतापगढ़ की कचहरी में कार्यरत थे। जिनको सिर्फ और सिर्फ बाबू लोगों के जूते साफ करने के लिए रखा गया था। कभी-कभी कीचड़ भी उठाने के लिए भी तब...
↧