हाल ही में कुछ दिन पहले आखिरकार नई शिक्षा नीति सबके सामने आ ही गई। इस नीति को लेकर चर्चाओं का बाज़ार गर्म है लेकिन इस चर्चा में बहुत कम या यूं कहे नगण्य लोगों ने ही माहवारी जैसे मुद्दे पर ध्यान दिया। भारतीय शिक्षा प्रणाली में लैंगिक समानता पर ज़ोर दिया गया है लेकिन लैंगिक समानता पर ज़ोर देने के बाद भी यदि महिलाओं की माहवारी जैसे मुद्दे पर कुछ भी ना कहा जाए, तो यह चिंता का सबब है। और पढ़ें: क्या...
↧