मैं शुभांगी कोरी, जबलपुर पोली पाथर की निवासी हूं। मैं जबलपुर में अपने परिवार के साथ नानी के यहां रहती हूं। मुझसे पहले मेरे घर में किसी ने ज़्यादा पढ़ाई नहीं की है। मेरी मम्मी की इच्छा थी कि वो पढ़ें मगर वो भी नहीं पढ़ पाई। अब उनका सपना है कि मैं कुछ अच्छा पढ़ जाऊं, आगे जाकर कुछ बन जाऊं। तो हर बार इससे मुझे प्रेरणा मिलती है कि कुछ करना है। उनके इस सपने को पूरा करने के लिए मैं कोशिश में तो लगी हूं। B.
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