सन 1962 में राचेल कार्सन नामक एक लेखिका ने ‘साइलेंट स्प्रिंग’ नामक एक पुस्तक लिखी तो पूरे दुनिया की नज़र उनकी तरफ मुड़ गई। यह कोई आम पुस्तक नहीं थी, पर्यावरण संकट जैसे संवेदनशील मुद्दे को विश्व पटल पर किसी ने पहली बार इतनी गंभीरता से रखा था, जिस समय दुनिया दो-दो विश्वयुद्ध लड़कर शीत युद्ध में प्रवेश कर रही थी। उस समय इस पुस्तक ने पर्यावरण संकट के विरुद्ध एक बौद्धिक आंदोलन की शुरुआत कर दी थ...
↧