मुझे याद है बचपन के दिनों में जब भी बारिश होती थी, तब मेरे शहर दुमका में जन्नत का नज़ारा होता था। पहाड़ों से आने वाली ठंडी-ठंडी हवाएं, बारिश की बूंदे और हर तरफ हरियाली। मतलब मज़ा ही आ जाता था एकदम! मेरे दोस्त या रिश्तेदार जब अलग-अलग शहरों से हमारे शहर आते थे, तो उन्हें यहां का सुहाना मौसम बहुत अच्छा लगता था। धीरे-धीरे बदलते वक्त के साथ प्रकृति का वह खूबसूरत नज़ारा लुप्त हो गया। आज बारिश के दिन...
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