

बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट तक़रीबन आ चुके हैं। आजकल रिजल्ट का ही माहौल है। बोर्ड परीक्षाएं स्टूडेंट्स की लाइफ का एक महत्वपूर्ण पड़ाव होता है और जितनी तैयारी हम बोर्ड परीक्षाओं की करते हैं , उतनी तैयारी हम रिजल्ट की नहीं करते , क्योंकि अधिकतर यह बोलते सुना जाता है कि जो होना था हो गया अब जो भी रिजल्ट होगा देखा जाएगा। रिजल्ट का प्रोसेस अपने में एक स्पीड तथा बहुत सी भावनाएं लिए होता है तो बहुत बार हम उस स्पीड तथा भावनाओं के दौरान अपना ध्यान नहीं रख पाते। हम अपने अगले निर्णय उतनी समझदारी से नहीं ले पाते जिसका खामियाजा हमें आगे जीवन में भुगतना पड़ता है। 5 मुख्य बातें अगर रिजल्ट के बाद ध्यान रखेंगे तो आप रिजल्ट के इस दौर को मजबूती से पार कर पाएंगे।
- रिजल्ट को स्वीकारना – आप का रिजल्ट जो भी हो उसे स्वीकारिए। स्वीकार्यता पहली सीढ़ी है अगले निर्णय लेने के लिए । हमें ये समझना होगा कि हमारे जितने भी अंक आये हैं हम उन्हें किसी भी दशा में बदल नहीं सकते , तो आप ने जितना भी अचीव किया है उसके के साथ आगे क्या क्या संभावनाएं बना सकती हैं इस पर विचार कीजिये। क्या अच्छा हुआ, क्या अच्छा हो सकता था पर डिस्कस करने का वक़्त अब निकल चुका है तो बीते हुए कल पर वक़्त न बर्बाद करें। और हाँ आप ने जो भी पाया है उसको सेलिब्रेट जरूर करें। यह आप को आगे बढ़ने के लिए उर्जा देगा।
- प्रदर्शन का मूल्यांकन – सेलिब्रेशन के बाद अपने प्रदर्शन का मूल्यांकन जरूर करें। अपने रिजल्ट को अच्छे से देखें , अपनी ताकत और कमजोरियों का विश्लेषण जरूर करें। उन क्षेत्रों की पहचान करें जहां आपको सुधार करने की आवश्यकता है और जहां आपने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। अपने प्रदर्शन को बेहतर ढंग से समझने के लिए अपने शिक्षकों, परामर्शदाताओं के साथ अपने रिजल्ट पर चर्चा करें। यह स्व-मूल्यांकन आपको अपने भविष्य के शैक्षणिक और करियर पथ के बारे में निर्णय लेने में मदद करेगा।
- स्ट्रीम चुनने में सावधानी बरते – रिजल्ट के अगले दिन से ही यह प्रक्रिया शुरू हो जाती है। यहाँ तक कि बहुत से स्कूल पहले ही 11वीं की पढ़ाई शुरू करवा चुके होते हैं पर फिर भी आप स्ट्रीम चुनने में वक़्त लगाएं। यह निर्णय सोच समझ कर लें। बहुत बार इसमें आये मार्क्स, यारी दोस्ती, स्कूल में उपलब्ध स्ट्रीम तथा अभिभावकों का दबाव प्रभाव डालता है। पर यह समझे कि यह निर्णय आप के भविष्य की ईमारत की बुनियाद है। अपने निर्णय में अपने अभिभावकों को शामिल करें और उन्हें अपनी भविष्य की योजनाओं के संबंध में बताएं । भावनाओं में बह कर स्ट्रीम न चुने।
- नई स्किल्स सीखें - नए कौशल सीखना लंबे समय में फायदेमंद हो सकता है। उन कौशल की पहचान करें जो आपकी रुचि के क्षेत्र से प्रासंगिक हैं और उन्हें सीखना शुरू करें। आप ऑनलाइन पाठ्यक्रम ले सकते हैं, कार्यशालाओं में भाग ले सकते हैं, या उन कौशलों से संबंधित पुस्तकें पढ़ सकते हैं जिन्हें आप सीखना चाहते हैं। शुरुआती दौर से ही नए कौशल विकसित करने से आप भीड़ से अलग दिख सकते हैं और भविष्य में आपकी सफलता की संभावना बढ़ सकती है।
- मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें– बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी से लेकर रिजल्ट आने तक की प्रक्रिया तनावपूर्ण हो सकती है। ऐसे में अपने मानसिक स्वास्थ्य का जरूर ध्यान रखें। ब्रेक लें, व्यायाम करें, मेडिटेशन करें तथा उन गतिविधियों में शामिल हो जो आप को सुकून दें तथा आप के अंदर रचनात्मकता बढ़ाये। अपने मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल कर कर आप फोकस तथा मोटीवेटेड रह सकते हैं।
रिजल्ट आना एक नार्मल प्रक्रिया है। आप जितना इसे आसानी से लेंगे, आप को भविष्य की योजनायें बनाने में उतनी ही आसानी होगी। आप का रिजल्ट अगर आप के अनुसार नहीं भी आया, तो निराश न हों और न ही कोई गलत कदम उठायें। गलतियों को सुधार कर अगले प्रयास के लिए जुट जाएँ क्योंकि इस पूरी दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण 'आप' हैं। इसलिए अपना ख्याल रखें!