मैंने बीते कुछ महीनों में माहवारी से जुड़ी दो फिल्में देखी हैं। इन फिल्मों को देखने के बाद मुझे काफी अच्छा लगा कि कम-से-कम अब तक सोशल टैबु समझे जाने वाले विषय पर बात तो हो रही है। सबसे परेशान करने वाली बात यह है कि माहवारी शिक्षा और ज़रूरी सुविधाओं की कमी से खासकर ग्रामीण इलाकों की लड़कियां अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाती हैं। यहां तक कि महिलाओं को नौकरी तक छोड़नी पड़ जाती है। डॉक्यूमेंट्री फिल्म
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