आम भारतीय घरों की तरह हमारे यहां भी महावारी के दौरान औरतें रसोई में खाना नहीं बनाती हैं। इसका कारण चाहे जो भी हो, ये वर्षों से चली आ रही प्रथा है। बचपन में मैं देखा करती थी कि हर 25-30 दिन में ऐसा मौका आता था जब मम्मी की जगह दादी खाना बनाती थीं। पर इस बात पर घर में कोई सवाल जवाब नहीं होता था कि आज बहु की जगह सास क्यूं खाना बना रही है। जब मैं थोड़ी बड़ी हुई, लगभग 8 साल की, तब इस विचित्र प्रथा को...
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