जगत, जीवन एवं जननी, ये इस दुनिया की रचना के बहुत अहम स्तम्भ हैं। जगत की रचना के लिए जीवन की परिभाषा रची गई और जीवन की संरचना के लिए जननी की शक्ति रची गई। संसार को रचने वाले रचियता ने तीन स्तम्भ को इस दुनिया को चलाने के लिए अहम माना। इस संसार में मानव जीवन का चक्र महिला और पुरुष के जैविक प्रकियाओं के तहत होता है जिसकी उत्सर्जन की परिकल्पना माहवारी के बिना नहीं की जा सकती है। एक महिला अपने अस्तित्व...
↧