मेरी पीरियड्स की कहानी – और एक दिन अचानक मैं बड़ी हो गई। शाम के शायद चार बजे थे। जून का उमस भरा दिन।स्कूल से आकर पानी पीया और बस लेट गई,खाने का मन नहीं हुआ।तब आठवीं कक्षा में थी मैं।मम्मी नहीं थी ,वो नानी के यहां गई थी कुछ दिनों से। अचानक मेरे पेट के निचले हिस्से में तेज़ दर्द उठा उस दिन । मैंने बड़ी मां को बताया कि पेट के नीचे तेज़ दर्द हो रहा है मुझे। “खाना खा लो,भूखे पेट रहने से दर्द हो रहा...
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