किसी भी देश, शहर, या फिर गाँव में रहने वाले लोगों का अपना एक धर्म और कुछ सामाजिक मान्यताएं होती हैं। वो लोग ज्यादातर उसी सामाजिक मान्यताएं या फिर रीति रिवाज़ के अनुसार अपना दिनचर्या गुज़ारते हैं। हालांकि पुरे विश्व की आबादी में से लगभग 7 फीसदी लोग किसी भी धर्म को नहीं मानते और भारत की बात करें तो यहां की कुल आबादी में से लगभग 3 फीसदी आबादी किसी भी धर्म को नहीं मानती, यानि वे लोग नास्तिक होने की बात...
↧