होहो! LGBT समुदाय का नाम सुनते ही लोगों के दिमाग में कोलाहल मच जाता है, चाहे वो बुद्धिजीवी वर्ग के हों या फिर एक आम अनपढ़ इंसान। सम्पूर्ण विश्व जगत इस बात को लेकर संजीदा नज़र आने लगा है मगर कहीं ना कहीं भारत जैसे रूढ़िवादी देश में आज भी इसको अप्रकृतिक, अनर्थ माना जाता है। मानव जीवन अधिकार की बात सभी देश बहुत बढ़चढ़ कर करते हैं, उनके देश में इस बात को मान्यता दी गई, समलैंगिक विवाह के प्रस्ताव को मान्यत...
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