“मेरे विश्वविद्यालय में गैर-ब्राह्मण स्टूडेंट्स का मज़ाक उड़ाया जाता था”
यह लेख मेरी व्यक्तिपरकता के विच्छेदन, पहचान व उसे सूचीबद्ध करने का आत्ममुग्ध प्रयास नहीं है। मेरा फोकस एक ऐसे शहर और एक ऐसे विश्वविद्यालय में काम करने के अपने अनुभव को साझा करने पर है, जो देश की...
View Articleपीरियड्स पर खुलकर चर्चा कर रही हैं छत्तीसगढ़ के सरगुजा ज़िले की महिलाएं
महिलाओं का सशक्तिकरण सिर्फ आर्थिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य की दृष्टि से भी होना चाहिए। इसे ध्यान में रखते हुए सामाजिक संस्था सरगुजा साइंस ग्रुप द्वारा सरगुजा ज़िले में विशेष कार्य किया जा रहा...
View Articleक्या आरक्षण जातिगत भेदभाव मिटाने के लिए कारगर है?
YOUTH KI AWAAZ POLL Created by Dhananjay Khade क्या आरक्षण जातिगत भेदभाव को कम करने में कारगर हो पाया है? हां नहीं The post क्या आरक्षण जातिगत भेदभाव मिटाने के लिए कारगर है? appeared first and...
View Articleभारत में अब भी बेहद कमज़ोर है रिप्रोडक्टिव हेल्थ अवेयरनेस की स्थिति
रिप्रोडक्टिव हेल्थ के बारे में कुछ भी लिखने से पहले मैं आपको अपनी आंखों देखी एक घटना बता रही हूं- करीब दो वर्ष पूर्व मैं अपनी किसी शारीरिक समस्या की वजह से बिहार की राजधानी पटना स्थित एक लेडी डॉक्टर के...
View Articleओडिशा में फानी चक्रवात के बाद दलितों के साथ भेदभाव
जातिगत भेदभाव और शोषण भारत की बहुत बड़ी जटिल समस्या है, जिससे निजात पाने के लिए आए दिन नए नए कानून और संविधान में संशोधन किए जाते हैं। भारत के संविधान में सभी नागरिकों के लिए समान अधिकार हैं लेकिन आए...
View Article“मेरी जाति जानने के लिए मुझसे सरनेम पूछा गया”
मैं अपना निजी अनुभव आप सभी के साथ साझा करना चाहती हूं कि कैसे लोग नाम से जाति और धर्म का पता लगाने की कोशिश करते हैं।एग्ज़ाम की वजह से मैं बाहर थी। सेंटर पर काफी भीड़ थी इसलिए अपनी किताब लेकर मैं ऑटो...
View Article“BHU में मेरी जाति जानने के बाद दोस्तों ने बात करना बंद कर दिया”
देश की राजधानी दिल्ली पर हमेशा सबकी निगाहें टिकी रहती हैं और इसी दिल्ली में मेरा जन्म हुआ, जहां बचपन की दहलीज़ को पार कर यौवन में भी कदम रखा। अच्छी शिक्षा तो मिली मगर जीवन में कई दफा जब उद्देश्य का पता...
View ArticleWhat Life Is Really Like After A Tuberculosis (TB) Diagnosis
“Whenever you start to feel like giving up, think about your family, loved ones and friends and go back to the dreams that you still want to fulfil in life.” – Anonymous I am going to tell you all...
View ArticleThis Is The Land Of Kamasutra, Where Many Are Afraid To Even Say The Word ‘Sex’
By Milana Prakash: Kajal goes to the chemist and asks for a pregnancy test. The shopkeeper looks at her forehead, then her neck, and then furtively tries to grab a glance at her ring finger for any...
View Article“चमार जाति की वजह से ज़लील किए जाने पर मेरे दोस्तों ने मेरा साथ दिया”
“चमार सियार की क्या औकात जो मेरे सामने खड़ा हो।” यह एक डायलॉग जो अक्सर हमें कुछ ज़मींदारी प्रथा के समर्थकों के मुख से सुनने को मिल ही जाती हैं। ऐसा नहीं कि सारे सवर्ण यह बात बोलते हैं। कुछ के मुख से तो...
View Articleपोल: जातिगत भेदभाव को कैसे खत्म किया जा सकता है?
YOUTH KI AWAAZ POLL Created by Rajeev Kumar जातिगत भेदभाव कैसे खत्म हो? शिक्षा सरकारी योजनाएं और कानून लोगों में जागरूकता The post पोल: जातिगत भेदभाव को कैसे खत्म किया जा सकता है? appeared first and...
View ArticleWhat Do We Do When School Kids Start Asking Questions About Sex?
The word “sex” is still an interdicted subject to discuss among Indian families. My parents, like many others, never talked much about sex, and there was no internet when I was growing up to access...
View Article“मेरे स्कूल में दलित बच्चों को स्टाफ रूम में घुसने की नहीं थी इजाज़त”
वैसे तो मेरे साथ जातिगत भेदभाव की कई घटनाएं घटित हुई हैं लेकिन मैं यहां उनमें से कुछ घटनाओं के बारे में आपको बताना चाहता हूं। 1. कॉलेज, नौकरी, यहां तक कि घर ढूंढने में भी जातिगत भेदभाव फोटो प्रतीकात्मक...
View Articleक्या यूपी-बिहार की जनता अब जाति नहीं विकास चाहती है?
बीजेपी ने पूरे देश में प्रचंड बहुमत से दोबारा सरकार बना ली है। इसी के साथ यह भी सिद्ध कर दिया है कि देश में जातिगत राजनीति अब नहीं चलेगी। बीजेपी की यह ऐतिहासिक जीत इस ओर इशारा करती है विकास और काम के...
View Article“तुम चमार हो यह पहले पता होता तो तुमसे प्यार नहीं करता”
मेरे स्कूल का वक्त बेहद खास था, यार दोस्त बेहद अच्छे थे। स्कूल से ही वे दोस्त कॉलेज में साथ आएं। उनमें से मेरी एक दोस्त थी सुनैना। नाम के जैसी ही सुंदर आंखों वाली, घुंघराले बालों वाली, सुनहरी ज़ुल्फों...
View Article“पायल अभी रोहित वेमुला का ज़ख्म भरा भी नहीं था, तुमने एक और ज़ख्म दे दिया”
पायल तुम खुद से कितनी अंजान थी तुम्हारे टैलेंट से मर जाए जातिवाद-छूआछूत वाली हज़ारों सोच, पायल तुम खुद से कितनी अंजान थी। रोहित वेमुला का ज़ख्म अभी भरा भी नहीं था, पायल, एक और ज़ख्म नहीं देना था,...
View Article“मुसहर जाति के लोटे से मेरा पानी पीना, घर वालों की नज़र में पाप था”
मुझे याद है उस समय मैं ग्यारहवीं क्लास में था, जब मेरे मामा की बेटी की शादी थी। शहरी इलाके से होने की वजह से मैं जातिगत घटनाओं से ज़्यादा परिचित नहीं था। मेरे मामा उत्तर प्रदेश में स्थित एक छोटे से...
View Article“डॉक्टर पायल की मौत एक और अकादमिक हत्या है”
डॉ. पायल सलमा तडवी की क्या अकादमिक हत्या नहीं की गई है? उनका गुनाह क्या था कि वह आदिवासी भील होकर भी एमडी की शिक्षा ले रही थी? लेकिन उनके सीनियर्स को एक आदिवासी भील लड़की का एमडी होना कैसे रास आता? पहले...
View Article“सेक्स एजुकेशन से पता चला क्यों ज़रूरी है लड़कों को भी पीरियड्स की जानकारी”
मेरे स्कूल में एक बार बाहर से कुछ वॉलंटियर्स आए थे, जिन्होंने सेक्स एजुकेशन की क्लास ली थी। उसी दौरान हमें पीरियड्स के बारे में भी विस्तार से बताया गया था। उन्होंने बताया कि पीरियड्स हर लड़की को होता...
View Article“पहली माहवारी में जांघों के बीच से खून रिसते देख मैं घबरा गई थी”
मेंस्ट्रुअल हाइजीन डे को मनाने की शुरुआत जर्मनी की एक स्वयंसेवी संस्था वाश (WASH) द्वारा वर्ष 2014 में की गई थी जिसका उद्देश्य माहवारी के मुद्दे पर लोगों को जागरूक करना, बेहतर माहवारी स्वच्छता आदतों का...
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